गुलाबो सिताबों
गुलाबो सिताबों में अमिताभ बच्चन का अभिनय बहुत ही अच्छा लग रहा है। फिल्म में उन्होंने मिर्जा के जीवंत रूप को किया है। उनका लहजा, चलने का ढंग, आंखों की हरकतें सब कुछ उनके उच्च श्रेणी के अभिनय अनुभव को परिभाषित करती है और आयुष्मान खुराना ने भी बहुत अच्छा अभिनय किया। फिर भी आयुष्मान खुराना का किरदार थोड़ा और रोचक होता, तो और ही बात होती। इस फिल्म में विजय राज ने भी अपनी बेहतरीन अदाकारी की, उनका अपना एक अंदाज है और वह अंदाज यहां भी बरकरार है। बृजेंद्र काला की अभिनय शैली भी अपनी तरह की अलग शैली है और वह भी अपने अंदाज से प्रभावित करते हैं। बेगम की भूमिका में वयोवृद्ध कलाकार फारुख जफर खूब जंचती हैं।
!! फिल्म की कहानी !!
गुलाबो सिताबो उत्तर प्रदेश का प्रसिद्ध कठपुतली नृत्य है। लोक विश्वास है कि गुलाबो और सिताबो सौत थीं। दोनों साथ साथ रहती थीं, लेकिन दोनों में बिल्कुल नहीं बनती थी। एक दूसरे को फूटी आंख नहीं सुहाती थीं। लोक कथाओं में इन्हें ननद और भौजाई भी कहा जाता है। फिल्म के मुख्य किरदारों मिर्जा और उसके किरायेदार बांके का रिश्ता भी गुलाबो सिताबो जैसा ही है।
मिर्जा लखनऊ की एक बहुत पुरानी हवेली फातिमा महल की मालकिन बेगम (फारुख जफर) के पति हैं और उम्र में अपनी पत्नी से 17 साल छोटे हैं। मिर्जा हैं 78 साल के और उनकी बेगम फातिमा 95 साल की। भले ही हवेली बेगम के नाम है, लेकिन मिर्जा खुद को हवेली का मालिक समझते हैं और इस इंतजार में रहते हैं कि कब बेगम सिधारें और हवेली उनके नाम हो। वह बांके सहित हवेली के बाकी किरायेदारों को भगाना चाहते हैं, लेकिन बांके किसी कीमत पर हवेली नहीं छोड़ना चाहता। वह बाकी किरायेदारों का अघोषित नेता है।
मिर्जा और बांके के बीच चूहे-बिल्ली का खेल चलता रहता है। दोनों के चूहे-बिल्ली के खेल में पुरातत्त्व विभाग के अधिकारी ज्ञानेश शुक्ला (विजय राज) और वकील क्रिस्टोफर काला (बृजेंद्र काला) की आमद होती है और मामला अलग रंग लेने लगता है। ज्ञानेश 100 साल से ज्यादा पुरानी हवेली को पुरातत्त्व विभाग के संरक्षण में लाना चाहता है और लालच देकर बांके तथा बाकी किरायेदारों को अपनी ओर मिला लेता है। वहीं, क्रिस्टोफर दूसरी ही फिराक में है। वह मिर्जा को पट्टी पढ़ाता है और बेशकीमती हवेली को एक बिल्डर के हवाले करने का खेल रचता है। लेकिन परिस्थितियां ऐसा रोचक मोड़ ले लेती हैं कि सब हक्के-बक्के रह जाते हैं।
Best Song - 1 Kanjoos
जेब में ना हाथ डाले दूसरों का माल खाले
खर्चे सुनके खाँसने लग जाये रे
चाय में जो मक्खी जो गिरे
मक्खी चूस के निकाले
चाहे किसी और की हो चाय रे
खर्चे सुनके खाँसने लग जाये रे
चाय में जो मक्खी जो गिरे
मक्खी चूस के निकाले
चाहे किसी और की हो चाय रे
Best Song - 2 Jhutam Phenk
ना जाने क्या मन में आई
उपर वेल ने
बनवाई हर एक चूहे की
बिल्ली एक
अरे हाए जूतम फेंक
उपर वेल ने
बनवाई हर एक चूहे की
बिल्ली एक
अरे हाए जूतम फेंक